Jai shri Krishna shayari in Hindi-
दोस्तों जन्माष्टमी का त्यौहार आ रहा है , मन किया क्यों ना आप सभी लोगो के लिए कुछ शायरी लिखी जाये।
आज में Jai Shri Krishna Shayari in हिंदी का लेख भगवन श्री कृष्ण के लिए दिल से लिखा है।
दोस्तों आप इन सभी शायरी को whatsapp , instagram , फेसबुक पे शेयर कर सकते है। भगवन श्री कृष्ण बचपन से ही गोपी के साथ रासलीला मनाने के लिए जाने जाते है।
उनकी नटखट लीला आज आपके सामने प्रस्तुत करूंगा। आशा है आपको पसंद आएगी।
चलिए शायरी सुरु करते है।
1)
बांसुरी बजा कर जो गोपियों को नचाया ,
कंस जैसे पापी को जो धरा पे गिराया ,
आओ मनाये उनका जन्मदिन ,
जिस देव ने गीता जैसे महाग्रंथ का पाठ पढ़ाया।
2)
जिन्होंने एक ऊँगली से पहाड़ उठा कर गोकुल को बचाया।
ऐसे भगवन को में प्रणाम करता हु ,
गीता का उपदेश सुना कर जिन्होंने सरे विश्व को कर्म का पाठ पढ़ाया ,
उन श्री कृष्ण भगवन को में नमन करता हु।
3)
भगत के दिल में जो करे निवास ,
विश्व के कण कण में है जिनका वास,
तीनो लोक के स्वामी हो कर भी जो ,
वन में चारये गाय ,
ऐसे है मेरे कृष्ण कन्हैया।
4)
बांसुरी की धुन, गुलाब का हार,
माखन की मिठास , बारिश की बहार,
भगत की उम्मीद , राधा माँ का प्यार ,
मुबारक हो आप सभी को जन्माष्टमी का त्यौहार।
5)
नजर झुके,
नमन हो जाये,
माथा झुके ,
वंदन हो जाए ,
ऐसी नज़र कहाँ से लाऊ ,
मेरे कान्हा
की आपको याद करे ,
और आपके दर्शन हो जाये।
6)
गोकुल में जो करे निवास ,
गोपियों संग जो रचाते है रास ,
यशोदा ,देवकी जिनकी माँ ,
ऐसे नटखट है मेरे कृष्ण कन्हैया।
7)
पतशा से मीठे है। कान्हा के बोल ,
कोई कैसे लगाए उनका मोल ,
सोने चाँदी से ज्यादा है कान्हा अनमोल ,
इतनी तारीफ की है प्यारे अब जय कन्हैया बोल।
8)
कान्हा जिनका नाम ,गोकुल जिनका धाम।
ऐसे कृष्ण भगवान को हम सबका प्रणाम।
9)
कान्हा का नाम लो सहारा मिलेगा ,
ये मनुष्य जीवन न तुमको दुबरा मिलेगा।
10)
माखन की हांडी , बारिश की फुहार ,
माखन चुराने आये नन्दलाल,
मुबारक हो हमारी तरफ से आपको जन्माष्टमी का त्यौहार।
11)
हर किसी को भाये नन्हा प्यारा ग्वाला ,
माँ यशोदा का नदलला।
नठखट वो अपनी माँ को सताए ,
खा जाये माखन वो सारा पयाला,
झूट बोले माँ से माखन चुरा के ,
मुँह बनाये जैसे गुब्बारा गोपाला।
12)
बांसुरी की तान पे नाचे ग्वाला ,
खूब छेड़े सारे दिन बांसुरी वाला ,
दोस्त था प्यारा सुदामा नाम जिसका ,
संग करे मस्ती प्यारा गोपाला।
13)
जो सबको रास्ता दिखाता है, सबकी बिगड़ी बनाते है ,
हम तो ऐसे श्री कृष्ण का गुणगान गाते है।
14)
माखन चुराकर जिसने खाया।
बंसी बजाकर जिसने नचाया,
ख़ुशी मनाओ उनके जन्म दिन की,
जिन्होंने संसार को प्रेम का पाठ पड़्या।
15)
बांसुरी वाला जिसका नाम गोकुल जिनका धाम ,
ऐसे कान्हा को हम सब का कोटि कोटि प्रणाम।
16)
बालपन में बड़े नटखट जो चुराए , मिश्री और माखन ,
ऐसे श्री कृष्णा को मेरे सच्चे दिल से नमन।
17)
कण कण में है वो , जीवन के हर रंग रूप में है वो ,
अंग अंग मैं है वो , हर व्यक्ति के संग में है वो।
18)
जो नटखट जो प्यारा है वो कृष्ण है ,
जिसकी प्रेम की दीवानी हर ग्वालन है वो कृष्णा है।
19)
भगवान श्री कृष्ण स्वयं आपके घर आये ,
आप खुशी उल्लास के दिए जलाये ,
इस मोहत्सव को बड़े चाव से मनाये।
20)
अर्ज किया है अपने किसी से बात करे ,
अपने किसी को याद करे ,
जब फैसला किया जन्माष्टमी की सुब्कामनाये देने का ,
दिल ने कहा को न आपसे सुरुवात करे।
Conclusion of Jai shri Krishna shayari in Hindi-
दोस्तों भगवान श्री कृष्ण बचपन में माखन चुराते थे और गोपिओ को सताती थे।
वह अपने माँ को भी बहुत तंग करते थे। बलये अवस्था से ही उन्होंने बहुत सारी लीला रची थी।
कंश जैसे महापापी का विनाश किया था और विश्व का सबसे बड़ा युद्ध महाभारत में भी अपनी एक अहम भूमिका निभा कर।
महाभारत को विश्व का सबसे बड़ा युद्ध बना दिया था।
आज श्री कृष्ण के जन्मदिवस के उपलक्ष में आप सभी को दिल से बधाईया।
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