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भुजंगासन ( Bhujangasana) के फायदे और नुकसान

भुजंगासन के फायदे और नुकसान

नमस्कार दोस्तों, आपका हिंदी योगा के ऊपर स्वागत है। आज में आपको भुजंगासन के फायदे और नुकसान के बारे में बताऊंगा। 

दोस्तों , English में भुजंगासना को कोबरा पोज़ के नाम से जाना जाता है। इसको कोबरा पोज़ इसलिए कहाँ जाता है क्योकि इसके अंदर हमारी बॉडी एक कोबरा के सामान दिखाई देती है। 

दोस्तों , यह आसन Basic योगा के अंदर आता है परन्तु इसके लाभ अन्य पोज़ की तुलना में ज्यादा फायदेमंद है। 

यह योगा आपके लोअर back के लिए रामबाण माना जाता है क्योकि यह आपके लोअर बैक को ताकतवर और flexible बनाता है। 

Spine की शक्ति और flexibility भी इसी योगा की वजह से increase होती है। इसलिए आपको यह योगा रोजाना करना चाहिए। 

दोस्तों, अगर आपको पीठ में दर्द रहता है तो आज से ही यह योगा अभ्यास शुरू करे। आपको डेफिनाटेली इससे लाभ पोहचने लग जायगा। 

रेगुलर अभ्यास करने से आपका वजन भी कण्ट्रोल में रहता है। यह योगा आपके लोअर बॉडी जैसे thigh, abdomen के एक्स्ट्रा फैट को खत्म कर देता है। 

आपके शरीर के जोड़ की शक्ति को भी increase करने में मदद करता है। 

इसलिए आपको सलाह दूंगा आज से ही यह योगा अभ्यास प्रारम्भ करे तभी आपको बहुत ज्यादा बेनिफिट होगा। 

चलिए अब हम आज का yoga शुरू करते है।

Bhujangasana की जानकारी –

दोस्तों, Bhujangasana एक लेटने वाला पोज़ है। इसके अंदर हम फर्श के ऊपर पेट के बल लेट जाते है। 

हम अपने हाथो के माध्यम से अपनी upper Body को पीछे की तरफ घुमा देते है। 

यह आसन Basic योगा के अंदर आता है और इसको कोबरा Pose के नाम से भी जाना जाता है। 

यह आसन दो शब्दो के जोड़ से मिल कर बना हुआ है। 

भुजंग -  Cobra 

आसन  -  pose 

जब हम यह दोनों शब्दो को जोड़ते है तब Bhujangasana का निर्माण होता है।

Meaning -

Hindi -  भुजंगासना 

English  -  cobra pose 

चलिए अब हम यह योगा शुरू करते है।

भुजंगासन कैसे करे करे –

दोस्तों, भुजंगासन करने से पहले आपको कुछ preparatory pose जरूर करने है ताकि आपकी बॉडी वार्म उप हो सके।

Steps –

1) सबसे पहले आपको फर्श के ऊपर पेट के बल लेट जाना है। 

2 ) आपके दोनों पैर पंजो के ऊपर होने चाहिए और आपके पेरो के बीच में equal Distance होना चाहिए। 

3 ) अब आपको अपने palm कंधे से लगा कर जमीन के ऊपर रखने है। 

4 ) हाथो के बीच की दुरी 3 से 4 फ़ीट के बीच में होनी चाहिए। 

5 ) अब आपको अपने palm फर्श के ऊपर press करने है और अपनी बॉडी को पीछे की तरफ raise करना है। 

6 ) आपके हाथ सीधे और समान्तर होने चाहिए और आपकी upper body पीछे की तरह curve होनी चाहिए। 

7 ) आपको अपनी पीठ के ऊपर कम स्ट्रेस डालना है। 

8 ) याद रहे आपको continuously Breath लेनी है। 

9 ) कुछ समय तक इस pose में रहने के बाद आपको यह पोस्चर leave कर देना है। 

10 ) आपको कम से कम 30 seconds तक इस पोज़ में रहना है।

आपको यह मुद्रा प्रैक्टिस करने के बाद कुछ फॉलो पोज़ करने चाहिए ताकि blood का नियंत्रण बना रहे है।

अवधि - 

दोस्तों, अपनी क्षमता के अनुसार आपको यह योगा अभ्यास करना चाहिए। जैसे आप बिगिनर में आते है तो 30 सेकण्ड्स enough रहेगा। 

माध्यम लोगो के लिए 60 सेकण्ड्स सही रहता है और एक्सपर्ट के लिए 120 सेकण्ड्स अच्छा रहता है।

Beginner Tips -

दोस्तों, में आपको यह बिगिनर टिप दूँगा। आप अगर कमर दर्द या किसी भी प्रकार की स्पाइन से संबंधित समस्या से पीड़ित है तो यह योगा नहीं करे। 

यह योगा करने से आपको ज्यादा चोट लग सकती है।

Bhujangasana के फायदे -

1 ) यह योगा आपकी पीठ को फ्लेक्सिबल और स्ट्रांग बनाता है। 

2 ) इस पोज़ को करने से आपकी स्पाइन का लचीलापन अच्छा हो जाता है। 

3 ) यह आसन आपके शोल्डर और neck को भी स्ट्रांग बनाता है। 

4 ) यह योगा आपकी मेमोरी पावर के लिए अच्छा माना गया है। 

5 ) यह योगा आपके शरीर के अंदर रक्त का संचार करता है। 

6 ) यह पोज़ आपकी बॉडी की चमक को तेज करता है। 

7 ) यह योगा आपके अंदर पुरषार्थ को बढ़ाता है। 

8 ) यह आसन करने से आपको एंग्जायटी और स्ट्रेस की समस्या नहीं होती है। 

9 ) यह आसन आपके गैस और कब्ज को जड़ से खत्म करता है। 

10 ) यह योग वजन कम करने में भी मदद करता है।

Bhujangasana की सावधानियां -

1 ) Chronic पीठ , कमर , शोल्डर और neck में दर्द रहने पर आपको यह योगा अभ्यास नहीं करना चाहिए। 

2 ) Migraine और सिर दर्द रहने पर भी यह योगा नहीं करना चाहिए। 

3 ) घुंटनो का दर्द और हिप pain होने पर भी यह योगा नहीं करना चाहिए। 

4 ) गर्भवती महिलाओ को यह योगा avoid करना चाहिए। 

5 ) Heart के मरीज़ को यह पोज़ डॉक्टर से पूछ कर करना चाहिए।

Final words on भुजंगासन के फायदे और नुकसान –

दोस्तों , मुझे उम्मीद है आपको आज की पोस्ट भुजंगासन ( Bhujangasana)  के फायदे और नुकसान बहुत ज्यादा पसंद आयी होगी। 

आज हमने कोबरा पोज़ के बारे में सारी डिटेल्स को बारीकी से समझा है। आप यह डिटेल्स ध्यान से समझना है। 

जब आपको इससे सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाए उसके बाद आपको यह आसन अपनी डेली रूटीन में अप्लाई करना है। 

आपको बहुत ज्यादा लाभ होगा, आशा है आप यह योगा अपनी डेली लाइफ में जरूर अभ्यास करना है।

FAQ -

Q1) Bhujangasana कब करना चाहिए?

Ans - अपनी शरीर की शक्ति के अनुसार आपको भुजंगासना करना चाहिए। 

Q2 ) क्या भुजंगासन से पेट का आकार सुधरता है?

Ans -  हाँ, Regular भुजंगासना करने से आपका पेट के ऊपर जमा चर्बी खत्म होती है और आपका शरीर सुन्दर दिखाई देता है। 

Q3 ) भुजंगासना के क्या लाभ है?

Ans - भुजंगासना करने से आपकी स्पाइन की फ्लेक्सिबिलिटी और स्ट्रेंग्थ increase होती है। 

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